स्टॉक मार्किट का चार्ट पद्घने कके लिए आपको कुछ बेसिक कांसेप्ट को करना होगा दोस्तों और समझना होगा जैसे की कैंडलस्टिक ट्रेंड्स लिइने सपोर्ट & रेजिस्टेंस लेवल और टेक्निकल इंडीकेटर्स में ये सब आपको स्टेप by स्टेप समझने होंगे दोस्तों !!

दोस्तों मेने कुछ टॉपिक्स कवर करे है आप एक बर इनसब टॉपिक्स को अच्छी तरह से कवर करे !
1. Types of Stock Market Charts
- Line Chart: ये सिंपल चार्ट है जिसमे स्टॉक प्राइस एक कनटींनुसूस लाइन के through धिकायी जाती है
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- Bar Chart: इस चार्ट में आपको हर बार एक टाइम period (e.g., एक दिन एक घंटा ) का हाई लौ और लौ प्राइस को शो करता है
- Candlestick Chart: ये सबसे ज़्यादा पॉपुलर चार्ट है जो प्राइस मूवमेंट को समझने में मदद करता है हर कैंडलस्टिक एक स्पेसिफिक टाइम पीरियड्स के लिए होता है
2. Candlestick Chart Ko Samajhna
Candlestick chart में बेसिक्ली दो पार्ट होते है
- Body: ये बॉडी स्टॉक्स के ओपन और क्लोज प्राइस के बिच की रेंज को शो करता है अगर कैंडल का कलर ग्रीन या वाइट है इसका मतलब स्टॉक्स का क्लोजिंग प्राइस ओपन प्प्राइस से ज़्यादा है (upward movement) अगर कैंडल का कलर रेड या ब्लैक है इसका मतलब की क्लोजिंग प्राइस से काम है (downward movement).
- Wick (Shadow): यह टॉप और बॉटम पार्ट है जो हाई और लौ प्राइस को indiacate करते है
Example:
- Green/White Candle: Price up गया , ये bullish signal है
- Red/Black Candle: Price down गया ,ये bearish signal है
3. Trends
- Uptrend (Bullish): जब स्टॉक्स प्राइस हिघे और हाई लोस बना रहा हो तो यह उपवार्ड ट्रेंड को इन्दियस्ते करता है
- Downtrend (Bearish): स्टॉक्स प्राइस लोअर हाई और लोअर लौ बना रह है तो ये downward ट्रेंड को इंडीकेट करता है
- Sideways Trend (Neutral): जब प्राइस किस direction में मूव नहीं क्र रहा हो तो ये कंसोलिडेशन या sideways ट्रेंड होता है
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4. Support and Resistance Levels
- Support Level: ये वो प्राइस लेवल होता है ज्यादा जहाँ स्टॉक्स का प्राइस गिरते गिरते रुक जाता है यहाँ से प्राइस बाउंस बैक क्र सकते है
- Resistance Level: ये वो प्राइस लेवल होते है जहाँ स्टॉक्स का प्राइस बढ़ते बढ़ते रुक जता है यहाँ से प्राइस वापस गिर सकते है
5. Moving Averages
Moving averages एक indicator होता है जो की आपका स्टॉक प्राइस का एवरेज निकलते है किसी स्पेसिफिक टाइम पीरियड्स के लिए (e.g., 50-day, 200-day moving average). के आस पास होते है
- Simple Moving Average (SMA): ये स्टॉक्स के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज निकलता है एक fixed टाइम पीरियड्स के लिए
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- Exponential Moving Average (EMA): ये मूविंग आवेरगे रीसेंट प्रिंसेस कोण ज़्यादा प्राइस को ज्यादा वेट देता है
SMA & EMA Crossover: जब short-term moving average (e.g., 50-day) long-term moving average (e.g., 200-day) kको ऊपर से क्रॉस करता है तो ये bullish signal होता है और अगर निचे क्रॉस करता है तो ये बारिश सिग्नल होता है
6. Technical Indicators
कुछ और important technical indicators जो आपके chart reading में help करते है :
- RSI (Relative Strength Index): ये indicator stock के overbought (above 70) या oversold (below 30) कंडीशंस को बताता है
- MACD (Moving Average Convergence Divergence): ये indicator stock के price trends को track करता है और buy/sell signals generate करता है .
- Bollinger Bands: ये bands stock के price की वोलैटिलिटी को इंडीकेट करते है जब प्राइस bands के बहार चली जाती है तप ये potential reversal का सिग्नल हो सकते है
7. Volume Analysis
- Volume बताता है की कितनी shares ट्रेड हो रही है kisi stock में High volume usally strong trend को indicate करता है ,जबकि low volume weak trend को करता है .
- अगर प्राइस increase हो रहा हो और volume high हो तो ये confirm करता है की ये trend strong है की नहीं दोस्तों ये बड़ा ही सिंपल सा है अगर आप लोग इसका डीप नॉलेज लेंगे तो आपको ख़फ़ी अच्छा समाज आएगा
8 . Time Frames
Stock chartsअलग अलग टाइम फ्रेम में available होते है और हमने कम्पलीट गाइड किया है आप चेक करे दोसत और फुल बेनिफिट उठाये
- Intraday Charts: जैसे 5 minutes, 15 minutes, या 1 hour का chart.
- Daily Charts: एक दिन का complete price movement होता है .
- Weekly/Monthly Charts: Long-term trend analysis के लिए ये होता है दोस्तों